ओडिशा के बालासोर में लैंडफॉल के बाद चक्रवाती तूफान यास अब बिहार के कई जिलों में कहर बरपा रही है. मौसम विभाग ने बिहार के सभी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. राजधानी पटना, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, शेखपुरा और दरभंगा सहित कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है. इधर, यास तूफान को लेकर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 22 टीमों को तैनात किया गया है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार चक्रवाती हवा 24-26 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही है। अगले 24 घंटे के दौरान पटना, गया, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, पूर्णिया, किशनगंज आदि कई स्थानों पर भारी बारिश के साथ मेघ गर्जन व वज्रपात का पूर्वानुमान है। चक्रवाती तूफान को देखते हुए कई जिलों के लिए दो से तीन दिन का येलो अलर्ट जारी किया गया है। पटना एवं इसके आसपास के इलाकों में पटना में हल्की एवं मध्यम दर्जे की बारिश रिकॉर्ड की गई है। आगे तेज बारिश व मेघ गर्जन की संभावना है। 28 से 30 मई तक शहर एवं इसके आसपास के इलाकों में बारिश और बादल छाए रहेंगे। 27, 28 और 29 मई तक दक्षिण बिहार के जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
चक्रवाती तूफान यास को लेकर दानापुर-पटना, पटना-एर्नाकुलम सहित कई ट्रेनें रद्द की गयी हैं. पूर्व मध्य रेल से खुलने व पहुंचने वाली स्पेशल ट्रेन अस्थायी रूप से रद्द हुई हैं. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि यास के मद्देनजर सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए स्पेशल ट्रेनें रद्द की गयी है.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक यास के असर को देखते हुए अस्पतालों को निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश जिलों को दिया गया है। सभी ऑक्सीजन प्लांट को भी निरंतर बिजली आपूर्ति बनाए रखने को कहा गया है। इसके लिए बिजली विभाग का नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य कर रहा है। बिजली विभाग भी सभी जिलों से निरंतर रिपोर्ट ले रहा है। जिलों को बिजली आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के बारे में निर्देश दे रखा है।
तूफान में हो रही बारिश कृषि के लिए मददगार माना जा रहा है । मई के अंतिम सप्ताह में राज्य में धान का बिचड़ा डालने का काम शुरू हो जाता है। बारिश से किसानों को काफी लाभ होगा और वे काफी सुगमता से धान का बिचड़ा डालने का काम शुरू कर देंगे। इसके लिए वातावरण भी उनका साथ दे रहा है। हवा में नमी होने के कारण भी बिचड़े को काफी लाभ मिलेगा।
27/05/2021