हाई कोलेस्ट्रॉल का मतलब होता है, आपके रक्त में घूम रहा "खराब" एलडीएल (कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन)। इसे उच्च कोलेस्ट्रॉल इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह आपकी धमनियों के अंदर जमा होता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल की पहली चेतावनी संकेत जानलेवा भी साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल कई सालों तक निष्क्रिय रहता है जब तक कि बहुत देर न हो जाए।
आप सब में से भी ऐसे बहुत से लोग होंगे जो हाई कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से अफेक्टेड होंगे. ये परेशानी आपके लिए कितनी खतरनाक हो सकती है इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल होने से सबसे ज़्यादा खतरा हार्ट अटैक का रहता है. इतना ही नहीं, शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से आपके सामने डायबिटीज, किडनी फेल होना, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी स्टोन जैसी प्रॉब्लम्स भी क्रिएट हो सकती हैं. इसलिए समय रहते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखना बहुत ही ज़रूरी है. ऐसे में हम आपके लिए आज कुछ घरेलु नुस्खों की जानकारी लाए हैं जिन्हें आज़माने से आप अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल बैलेंस कर सकते हैं और खुद को गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बचा सकते हैं. साथ ही, आज हम आपको हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण और लक्षण भी बताएंगे.
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
1. सांल फूलना
2. सिर दर्द
3. मोटापा
4. सीने में दर्द
5. बेचैनी
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
1. अनबैलेंस्ड डाइट लेना
2. जेनेटिक कॉज़
3. शराब का अधिक सेवन
4. ज़्यादा स्ट्रेस लेना
डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर की गाइडेंस में इन 3 जांचों को करवा कर अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता लगाएं.
1. ब्लड टेस्ट कराना- ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा जानने के लिए ब्लड टेस्ट करवाना ज़रूरी होता है.
2. मेटाबॉलिक सिंड्रोम की जांच - कई बार सिचुएशन सीरियस होने पर डॉक्टर मेटाबॉलिक सिंड्रोम की जांच करवाने की सलाह देते हैं. इससे बॉडी में कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता चलता है जिससे डॉक्टर को ट्रीटमेंट करने में आसानी होती है.
3. शुगर टेस्ट कराना- हाई कोलेस्ट्रॉल से परेशान लोगों को कई बार डॉक्टर शुगर लेवल टेस्ट करने के लिए भी कहते हैं. ऐसा करने का मकसद सिर्फ ये जानना होता है कि कहीं बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के कारण डायबिटीज का खतरा तो नहीं पनप रहा.
21/05/2021